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Monday, April 29, 2024

क्‍या गृहिणियाँ घर के फैसले नहीं ले सकतीं? सोनी सब के शो ‘वागले की दुनिया’ में वंदना को हुआ यह अहसास

हमने अपने जीवन में कम से कम एक बार अपनी माँ को यह कहते सुना ही है कि “पापा से पूछ लो’’ और फिर हम अपने पिता के पास गये और उन्‍हें मनाने की कोशिश की। वागले परिवार और अन्‍य किसी भी परिवार में ऐसा दृश्‍य सामान्‍य है और अब मामी (प्रीति कोचर) का ध्‍यान इस पर गया है। हमारी मामी कोई साधारण महिला नहीं है, वह अपनी भावनाओं और कीमत को समझती है। सोनी सब के शो ‘वागले की दुनिया’ के आने वाले एपिसोड्स में हमारी भोली-भाली वंदना (परिवा प्रणति) को लगता है कि उसके बच्‍चे अथर्व (शीहान कपाही) और सखी (चिन्‍मयी साल्‍वी) उसके जवाब का इंतजार नहीं करते और हर काम के लिये केवल राजेश (सुमीत राघवन) से अनुमति लेना चाहते हैं।

 

मामी के बताने से पहले, वंदना को कभी लगा ही नहीं कि यह स्थिति गलत है। राजेश पिता हैं और स्‍वाभाविक रूप से उनकी एक राय होनी चाहिये, जिसका बच्‍चे पालन करें। लेकिन उसे क्‍यों लगता है कि उसकी बात नहीं सुनी जाती है और यह उसे पहले क्‍यों नहीं लगा? आप इसे छोटी बात या अनभिज्ञता कह सकते हैं। वागले परिवार दूसरे परिवारों से ज्‍यादा उदार है और एक आधुनिक नारी होने के नाते वंदना में आत्‍मनिर्भर होने की क्षमता है। फिर भी, ऐसा लगता है कि घर में वंदना की कोई आवाज नहीं है और उसे लगता है‍ कि उसका कोई महत्‍व नहीं है।

Wagle Ki Duniya

यह समझ में आने के बाद, उसे लगता है कि अपने परिवार में यह अनकहा नियम उसी ने बनाया है। उसे याद नहीं है कि कितने लंबे समय से उसने सब-कुछ अपने पति पर छोड़ रखा है और सारे महत्‍वपूर्ण फैसलों के लिये अपने पति को ही प्रवक्‍ता बना दिया है। लेकिन अब वंदना ने चीजों को खुद संभालने और घर में बराबरी से फैसले लेने की भूमिका निभाने का निर्णय लिया है।

 

वंदना वागले की भूमिका निभा रहीं परिवा प्रणति ने कहा, “वागले की दुनिया’ हमेशा अपनी कहानी के जरिये रोजाना की जिन्‍दगी की बारीकियों को सामने लाता है और ऐसा करते हुए जिन्‍दगी के सबक सिखाता है। हर विषय बहुत गंभीर हुए बिना प्रासंगिक और ध्‍यान देने योग्‍य होता है। औरत होने के नाते हमसे समर्पण की अपेक्षा की जाती है और हम परिवार में फैसले करने का काम छोड़ देते हैं। अक्‍सर हम ही अपनी आवाज को दबाती हैं और पितृसत्‍ता के सामने झुक जाती हैं। वंदना को यह समझ में आने के बाद मुझे यकीन है कि कई महिलाएं उससे सीखेंगी और कहानी के इस हिस्‍से से हम औरतों की जीत की अपेक्षा कर रहे हैं।”

 

क्‍या वंदना को अपने घर में वर्चस्‍व मिलेगा? देखते रहिये ‘वागले की दुनिया- नई पीढ़ी नये किस्‍से‘, सोमवार से शनिवार रात 9 बजे, केवल सोनी सब पर

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